Covid 4th wave: कोरोना वायरस के मामलों में उछाल,एक्सपर्ट ने बताया क्या करना चाहिए,क्या नहीं

0
477
Covid 4th wave

नई दिल्ली : Covid 4th wave : देश की राजधानी दिल्ली में अचानक से कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं.

जिस रफ्तार से कोरोना वायरस के मामलों में उछाल देखने को मिली है,

उससे चौथी लहर को लेकर डर और भी बढ़ गया है. हालांकि,

कोरोना के बढ़ते कहर के बीच क्या करना चाहिए और क्या नहीं,

इसे लेकर एक्सपर्ट ने कुछ सुझाव दिए हैं.

बेशक ओमीक्रोन अब शांत हो गया है लेकिन इसके कुछ सबवेरिएंट सामने आ रहे हैं,

जो कई देशों में नए मामले बढ़ने का कारण बन रहे हैं.

बताया जा रहा है ओमीक्रोन बीए.2 (Omicron BA.2) के एक नए रूप का पता चला है.

जिसे अनौपचारिक रूप से ‘बीए 2.2’ (BA 2.2) का नाम दिया गया है.

इसे काफी चिंताजनक माना जा रहा है क्योंकि यूरोप और एशिया के कई देश इसका सामना कर रहे हैं.

Covid 4th wave : राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते कोविड-19 मामलों के बीच दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ धीरेन गुप्ता ने कहा कि

सार्वजनिक स्थानों को बंद करने की कोई जरूरत नहीं है,

क्योंकि कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा (इम्यूनिटी) आम लोगों के बीच बन गई है.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में सर गंगा राम अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ धीरेन गुप्ता ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच हमें पैनिक होने की नहीं,

बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है.

अभी स्कूल और शॉपिंग मॉल बंद करने की कोई जरूरत नहीं है.

हमने वायरस के खिलाफ लगभग प्रतिरोधक क्षमता बना ली है. हमें मास्क पहने रहना चाहिए.

Covid 4th wave : एडवाइजरी में क्या है

परामर्श में कहा गया है, ‘यदि स्कूल प्रशासन को कोविड के किसी नये मामले का पता चलता है

या जानकारी दी जाती है तो इससे शिक्षा निदेशालय को तुरंत अवगत कराया जाए

और स्कूल के संबद्ध हिस्से को या समूचे स्कूल को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाना चाहिए.’

परामर्श में सूचीबद्ध किये गये अन्य उपायों में छात्रों,

शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों द्वारा मास्क पहनना तथा आपस में यथासंभव दूरी बनाये रखना शामिल है.

परामर्श में, नियमित रूप से हाथ धोने और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने तथा कोविड की रोकथाम के बारे में छात्रों,

शिक्षकों एवं अन्य सहायक कर्मचारियों और

आगंतुक अभिभावकों के बीच जागरूकता पैदा करने की सलाह दी गई है.

भारत में घुस चुका है BA 2.2

बताया जा रहा है कि इंडियन सार्स-को-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के जरिए BA 2.2 वेरिएंट भारत में भी पहुंच गया है.

बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र, पुडुचेरी और लद्दाख में इसके तीन मामलों का पता चला है.

Follow us on Facebook

Follow us on YouTube

Download our App

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here