Share Market

Share Market में बड़ी गिरावट दर्ज बीएसई का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 770 अंक तो निफ्टी में 225 अंकों की गिरावट दर्ज की गई.जीडीपी की विकास दर अनुमान से भी कम होने, प्रॉडक्शन 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंचने का असर देश के शेयर बाजार पर

मुंबई:LNN:Share Market जीडीपी विकास दर अनुमान से भी कम होने, प्रॉडक्शन 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंचने,

और कोर सेक्टर की धीमी ग्रोथ का असर देश के शेयर बाजार पर भी देखने को मिला.

बीएसई के 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 769.88 अंकों (2.06%) की गिरावट के साथ 36,562.91 पर बंद हुआ.

वहीं, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के 50 कंपनियों के शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 225.35 अंक (2.04%) लुढ़ककर 10,797.90 पर बंद हुआ.

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दिनभर के Share Market कारोबार में सेंसेक्स ने 37,188.38 का ऊपरी स्तर तथा 36,466.01 का निचला स्तर छुआ,

जबकि निफ्टी ने 10,967.50 का उच्च स्तर तथा 10,772.70 का निम्न स्तर छुआ.

बीएसई पर 28 कंपनियों के शेयर लाल निशान पर, जबकि दो कंपनियों के शेयर हरे निशान पर बंद हुए

एनएसई पर 48 कंपनियों के शेयरों में बिकवाली तथा दो कंपनियों के शेयरों में लिवाली दर्ज की गई.

दोपहर 3:15 बजे के आसपास सेंसेक्स 800 अंकों से ज्यादा लुढ़क गया और 36,500 रके आसपास आ गया.

151 अंकों की गिरावट के साथ खुला बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स,

दोपहर करीब 3 बजकर 20 मिनट पर बजे 812 अंकों का गोता लगाकर 37,000 के स्तर से काफी नीचे (36,520) आ गया,

जबकि निफ्टी 24.40 अंक गिरकर 10,782.85 पर देखा गया.

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Share Market में इस गिरावट के पीछे कई घरेलू कारण हैं.

मैन्युफैक्चरिंग ऐक्टिविटी अगस्त में बिक्री घटने से 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंचने से शेयर बाजार में निराशा का माहौल है.

मैन्युफैक्चरिंग घटने से पता चलता है कि खपत या निवेश में अभी तक रिकवरी नहीं हुई है.

इससे पहले जून तिमाही की ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रॉडक्ट (GDP) ग्रोथ 6 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई थी.

IHS मार्किट इंडिया मैन्युफैक्चरिंग PMI अगस्त में गिरकर 51.4 पर आ गया, जो जुलाई में 52.5 पर था। यह मई 2018 के बाद का निचला स्तर है.

कोर सेक्टर की ग्रोथ से आर्थिक सुस्ती का जोर बढ़ने के संकेत

जुलाई के महीने में 8 सेक्टरों वाले कोर सेक्टर का प्रॉक्शन सिर्फ 2.1 पर्सेेंट की दर से बढ़ा, जबकि इससे पहले जून में ग्रोथ 0.2% थी.

कोयला, कच्चा तेल, प्रकॉतिक गैस और रिफाइनरी सेक्टर में उत्पादन में कमी आने से सेक्टर की ग्रोथ कमजोर रही.

कोर सेक्टर के ग्रोथ के आंकड़ों से सुस्ती के जोर पकड़ने का संकेत मिलता है,

जिसका असर शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है.

शुरुआती कारोबार में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 10.22 बजे 413.58 अंकों की गिरावट के साथ 36,919.21 पर कारोबार करते देखा गया.

निफ्टी भी लगभग इसी समय 129.30 अंकों की कमजोरी के साथ 10,893.95 पर कारोबार करते देखा गया.

सेंसेक्स सुबह 151.03 अंकों की गिरावट के साथ 37,181.76 पर,

जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 62.3 अंकों की बढ़त के साथ 10,960.95 पर खुला था.

वाहन कंपनियों की बिक्री के आंकड़ों से निराशा, अगस्त के वाहन बिक्री के आंकड़ों से भी बाजार में निराशा है.

अगस्त में मारुति सुजुकी की बिक्री में 33 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई.

टाटा मोटर्स की पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में भी 58 पर्सेंट की गिरावट दर्ज की गई.

इसके अलावा, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, बजाज ऑटो की अगस्त बिक्री भी काफी कम रही.

कमजोर घरेलू और वैश्विक रुख के बीच वित्तीय और वाहन कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली से बाजार में गिरावट आई है.

कारोबारियों के मुताबिक, कमजोर वृह्द आर्थिक आंकड़ों और अगस्त में वाहन कंपनियों की बिक्री घटने से शेयर बाजार में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है.

कमजोर रुपया और FII आउटफ्लो का दबाव
गणेश चतुर्थी के मौके पर सोमवार को शेयर बाजार बंद था.

शेयर बाजारों के पास मौजूद आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 1,162.95 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे

जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 1,502.27 करोड़ रुपये के शेयर के शुद्ध खरीदार रहे.

इसके अलावा, आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपये के दाम में 64 पैसे की गिरावट से भी शेयर बाजार का सेंटिमेंट नेगेटिव हुआ.

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