नई दिल्ली : Indian embassy advisory : रूसी हमले की वजह से यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थिति बिगड़ती जा रही है.
इस बीच वहां फंसे भारतीयों को भारतीय दूतावास की तरफ से सख्त एडवाइजरी जारी की गई है.
इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र कीव को आज ही छोड़ दें.
यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास की तरफ से कहा गया है
कि कीव से निकलने के लिए ट्रेन या जो भी यातायात का साधन मिले,
उसका तुरंत इस्तेमाल करके वहां से निकल लें.
माना जा रहा है कि रूस यूक्रेन पर बड़ा हमला करने की तैयारी में है.
Indian embassy advisory : कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं. जिनसे पता चला है कि यूक्रेन की सड़कों पर 64 किलोमीटर लंबा रूसी सैनिकों का काफिला मौजूद है.
रूसी हमले के बाद से अब तक यूक्रेन की तरफ भेजा गया यह सबसे लंबा मिलिट्री काफिला है.
इससे पहले तक भेजे गए रूसी काफिलों का साइज 3 मील तक रहा था.
इस बात की आशंका बढ़ गई है कि रूस बड़ा हमला कर सकता है.
इससे पहले कीव पर होने वाले बड़े हमलों को नाकाम किया जा चुका है.
ऐसे में अब हो सकता है कि रूसी सेना बड़ा हमला कर दे.
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद युद्धग्रस्त देश का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और
स्लोवाकिया से लगी यूक्रेन की सीमा चौकियों के जरिए वहां से बाहर निकाल रहा है.
सोमवार को यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने छात्रों को राजधानी कीव में रेलवे स्टेशन पहुंचने की सलाह दी थी,
ताकि वे युद्धग्रस्त देश के पश्चिमी हिस्सों तक आगे की यात्रा कर सकें.
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सोमवार को विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यूक्रेन में जमीनी हालात बहुत मुश्किल और
जटिल होने के बावजूद वह युद्धग्रस्त देश से अपने हर नागरिक को स्वदेश वापस लाएगा.
सैन्य अड्डे पर हमले से 70 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों की मौत
रूस के सैनिकों ने यूक्रेन के खारकीव और कीव के बीच सुमी प्रांत के ओखतिरका में एक सैन्य अड्डे पर हमला कर दिया है, जिसमें 70 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो गई है.
सुमी प्रांत के गवर्नर दमित्रो झिवित्स्की ने ‘टेलीग्राम’ पर यह जानकारी दी.
यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय लोग मौजूद थे, जिनमें से ज्यादातर वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे.
इनमें से चार हजार से ज्यादा लोग वापस भारत आ चुके हैं. बाकियों को निकाला जा रहा है.
Indian embassy advisory : ‘ऑपरेशन गंगा’ से जुड़ेगी भारतीय वायु सेना
मोदी सरकार ने इसके लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ की शुरुआत की है.
ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को निकालने का काम और तेजी से होगा.
इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायु सेना को भी इस ऑपरेशन से जुड़ने के लिए कहा है.
वायु सेना के हवाई जहाजों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी,
और उनकी संख्या में भी वृद्धि होगी.