Businessman Mehul Choksi

Dominica Government ने Mehul Choksi को भारत डिपोर्ट किए जाने की वकालत की है.

नई दिल्ली: Businessman Mehul Choksi की किस्मत पर फैसला.डोमिनिका से भारत प्रत्यर्पण होगा या ऐंटीगा पहुंचाया जाएगा भारतीय बैंकों से धोखाधड़ी का आरोपी?

Businessman Mehul Choksi को भारत लाने की कोशिशें रंग लाती दिख रही हैं.

एंटीगुआ से भागने के बाद डोमिनिका में पकड़े गए मेहुल को भारत डिपोर्ट किए जाने की वकालत,

डोमिनिका सरकार ने स्थानीय कोर्ट से की है.

Dominica Government ने कहा है कि नागरिकता के नया कानून भारत के संविधान के ऊपर नहीं हो सकता.

दरअसल, मेहुल चोकसी को एंटीगुआ वापस भेजने या सीधे भारत निर्वासित करने को लेकर अहम सुनवाई,

डोमिनिका कोर्ट में होनी थी और इसी में डोमिनिका सरकार का यह रुख सामने आया.

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एंटीगुआ की सरकार पहले ही कह चुकी है कि कानूनों का उल्लंघन करने वाले मेहुल चोकसी को भारत भेजा जाना चाहिए.

Businessman Mehul Choksi को एंटीगुआ सरकार उसे वापस नहीं लेना चाहती.

चोकसी के वकीलों ने लगाया है अपहरण का आरोप,चोकसी को भारत का नहीं, ऐंटीगा का नागरिक बताया है

डोमिनिका से उसे 25 मई को गिरफ्तार किया गया था.


डोमिनिका के कोर्ट देश में अवैध रूप से घुसे चोकसी पर,

यह फैसला सुनाएगी कि क्या उसे भारत के हवाले किया जाए या फिर वापस ऐंटीगा भेज दिया जाए.

इस सबके बीच देश की सरकार ने कोर्ट में अपना रुख साफ किया है और भारत का साथ दिया है.

डोमिनिका पुलिस पहले ही मेहुल चोकसी के उन आरोपों को खारिज कर चुकी है कि उसका अपहरण कर एंटीगुआ (Antigua) से डोमिनिका लाया गया है.

उसे यातनाएं देने की बात भी पुलिस ने नकार दी है. पुलिस ने अपहरण के आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है.

खबरों के मुताबिक, मेहुल चोकसी एंटीगुआ से डोमिनिका के रास्ता क्यूबा भागना चाहता था,

ताकि भारत प्रत्यर्पित करने की कार्यवाही से वो बच सके. लेकिन उसका यह दांव उल्टा पड़ गया.

मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक में 14हजार करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोपी है.



डोमिनिका की विपक्षी पार्टी के नेता लेनक्स लिंटन पर आरोप है कि उन्हें चोकसी के भाई चेतन ने रिश्वत दी है.

उनके ऊपर देश की संसद में मुद्दे को दबाने में मदद करने का आरोप है.

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वहीं, चोकसी के वकीलों का कहना है कि यहां मामला गलत तरीके से चोकसी को ‘अगवा’ करने का है, न कि प्रत्यर्पण का.

उनका यह भी दावा है कि चोकसी भारत का नागरिक नहीं है, इसलिए भारत इस केस में पार्टी नहीं है.

चोकसी पर डोमिनिका में अवैध तरीके से दाखिल होने का भी आरोप है.

सूत्रों के मुताबिक ईडी भी डोमिनिका के कोर्ट में अलग से अर्जी दाखिल करेगा.


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