Ram temple land corruption पर PM Modi और भाजपा को घेरने में जुटा विपक्ष

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 Ram temple land corruption

नई दिल्ली: Ram temple land corruption आप और सपा ने रविवार को ज़मीन ख़रीद में बड़ा भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया था.

समाजवादी पार्टी और AAP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय (Champat Rai) ने,

जो जमीन कुछ समय पहले सिर्फ दो करोड़ रुपये में बिकी थी,

कुछ वक्त बाद 18.5 करोड़ रुपये में खरीद कर बड़ा घपला किया है.



साल 2020 अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,

की मौजूदगी में मंदिर की आधारशिला रखी गई थी.

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तैयार हुआ था.

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ट्रस्ट का गठन किया गया.

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और संजय सिंह ने सोमवार को भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ट्रस्ट पर सवाल उठाए थे.

Ram temple land corruption आरोपों को फिर से ख़ारिज करते हुए चंपत राय ने सोमवार एक और बयान जारी किया.

चंपत राय ने कहा है कि आरोप लगाने वालों ने “तथ्यों की जानकारी नहीं की.

इससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है.

” उन्होंने फिर दावा किया है कि ज़मीन ‘बाज़ार मूल्य से कम कीमत में ख़रीदी गई है.’

उन्होंने अपने बयान में बताया है कि जिस ज़मीन को लेकर सवाल उठाया जा रहा है,

उस पर 2011 से अलग-अलग समय पर अनुबंध हुआ.

Champat Rai

सिसोदिया ने चंपत राय पर सवाल उठाते हुए कहा, “मैं मान रहा था कि ये पेपर झूठे निकलने चाहिए.

ये मेरे दिल से आवाज़ आ रही थी.

लेकिन ज़्यादा दुख तब हुआ जब राम जन्मभूमि ट्रस्ट के लोगों ने बक़ायदा कहा कि हां हमने ये ट्रांज़ैक्शन किया है. ”

चंपत राय के हस्ताक्षर से जारी विज्ञप्ति में आरोपों को भ्रामक बताया गया था.


आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और दूसरी राजनीतिक पार्टियों ने तीखे सवाल पूछे.
और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी और भाजपा को घेरने की कोशिश की.

कई संत और महंतों ने भी सवाल उठाए.

एएनआई के मुताबिक रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने इस मामले की जांच कराने की मांग उठाई है.

राहुल गांधी बोले- राम के नाम पर धोखा अधर्म

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कथित भ्रष्टाचार को अधर्म बताया

. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “श्रीराम स्वयं न्याय हैं, सत्य हैं, धर्म हैं- उनके नाम पर धोखा अधर्म है! ”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा,

“करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति के चलते भगवान के चरणों में चढ़ावा चढ़ाया.

उस चंदे का दुरुपयोग अधर्म है, पाप है, उनकी आस्था का अपमान है. ”

कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि कोर्ट आरोपों की जांच अपनी निगरानी में कराए.

अयोध्या का राम मंदिर विरोधी दल इस मुद्दे के जरिए भाजपा पर हमलावर हैं.

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के आरोपों को दोहराया.

वहीं, पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, चंपत राय जी आपका घोटाला और भ्रष्टाचार पूरी तरह से सामने आ गया है.


बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्विटर पर लिखा ,

“जिन राजनीतिक दलों ने दशकों तक कोर्ट में राम जन्मभूमि के निर्णय में अड़ंगा लगाया,

उनसे ये अपेक्षा भी नहीं करनी चाहिए कि वो मंदिर निर्माण का कार्य बिना किसी दुर्भावना के संपन्न होने देंगे.”

पीटीआई के मुताबिक़ उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि कुछ लोग

‘राम जन्मभूमि को बदनाम करने का कोई मौका नहीं गंवाते हैं.’

भाजपा के पूर्व सहयोगी भासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने आरोप,

लगाया है कि मंदिर भाजपा और आरएसएस के लिए व्यापार का जरिया है.


मोदी जी और योगी जी बताए कब होगा इन ट्रस्टी लोगो पर मुकदमा?

कब गिरफ्तार कर भेजे जाएंगे ये लोग जेल?”.

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