नई दिल्ली: लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की एकबार फिर तबीयत बिगड़ गई है. जिसके बाद उन्हें AIIMS के इमरजेंसी में रखा गया है.
उनकी किडनी और कई जरूरी जांच की गई है और जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) रांची जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे, लेकिन अचानक वहां उनकी तबीयत बिगड़ने लगी.
इसके बाद उन्हें एम्स ले जाया गया है. अब AIIMS में पांच डाक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है.
इससे पहले, बुधवार सुबह AIIMS ने लालू प्रसाद को एडमिट करने के लिए मना कर दिया था
और उन्हें रांची रिम्स में ही इलाज कराने की सलाह दी थी.
जिसके बाद लालू प्रसाद रांची लौटने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट चले गए थे.
लेकिन एयरपोर्ट पर ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी.
तब AIIMS ने उन्हें भर्ती करने की अनुमति दी इसके बाद लालू प्रसाद को यहां लाया गया है.
मंगलवार को RIMS में स्थिति खराब होने के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से AIIMS दिल्ली ले जाया गया था.
जहां उन्हें इमर्जेंसी वार्ड में रातभर ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद सुबह चार बजे डिस्चार्ज कर दिया गया.
उन्हें RIMS के डॉक्टरों से ही इलाज कराने की सलाह दी गई थी.
तब लालू प्रसाद वापस रांची लौट रहे थे इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर उनकी तबीयत बिगड़
और फिर उन्हें दोबारा AIIMS ले जाया गया.
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) चारा घोटाला के सबसे चर्चित डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये के गबन के मामले में दोषी करार दिए गए है.
उन्हें सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने पांच साल की सजा और 60 लाख रुपए का जुर्माना सुनाया है.
जिसके बाद लालू प्रसाद होटवार जेल में सजा काट रहे हैं.
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तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से उन्हें रिम्स के पेंईग वार्ड में रखा गया था.
लालू प्रसाद डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, किडनी रोग, किडनी में स्टोन, तनाव, थैलेसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना,
यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से सम्बंधित बीमारी, कमज़ोर इम्यूनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं.
डोरंडा कोषागार मामले से पहले लालू प्रसाद को देवघर, चाईबासा के दो और दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में सजा सुनाई गई है.
उन्हें सबसे ज्यादा दुमका मामले में सात साल की सजा सुनाई गई है.
डोरंडा कोषागार मामला सबसे चर्चित इसलिए है कि क्योंकि इसमें CBI ने जांच में पाया कि अफसरों और नेताओं ने फर्जीवाड़ा करने के लिए हरियाणा से ‘स्कूटर’ पर भैंस ढोए थे.