Face book ने कांग्रेस से जुड़े 687 फर्जी अकाउंट्स को हटाया

0
245

Face book ने अपनी जांच में पाया है कि लोगों ने फेक अकाउंट्स बनाए और अलग-अलग ग्रुप्स से जुड़कर कॉन्टेंट को फैलाया और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाया. फेसबुक ने कहा कि इन फेक पन्नों में लोकल न्यूज के अलावा बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना की जाती थी

नई दिल्ली:LNN:Face book के साइबर सिक्यॉरिटी पॉलिसी के हेड नाथनेल ग्लेचियर ने कहा, ‘लोगों ने अपनी पहचान को छिपाकर यह काम करने का प्रयास किया.

Face book ने कहा कि उसने पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विभाग से जुड़े 103 पन्नों को भी हटाने का फैसला लिया है

आम चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान में अब कुछ ही दिन बचे हैं.

फेसबुक ने कांग्रेस पार्टी से जुड़े 687 पेजों को अपने प्लैटफॉर्म से हटा दिया है.

यह भी पढ़ें:PM Modi ने चला चौधरी चरण सिंह कार्ड,सपा, बसपा और रालोद पर बोला तीखा हमला

सोमवार को सोशल मीडिया कंपनी ने कहा कि अप्रामाणिक व्यवहार के चलते देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस से जुड़े इन पेजों को हटाया गया है.

Face book ने संभवत: पहली बार इस तरह का ऐक्शन लिया है, जब किसी बड़ी राजनीतिक पार्टी से जुड़े पन्नों को हटाया गया है

फेसबुक ने साफ किया है कि इन पन्नों को उनमें प्रकाशित सामग्री के बजाय उनके ‘इनऑथेंटिक बिहेवियर‘ यानी अप्रामाणिक जानकारी के चलते हटाया गया है.

भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा 30 करोड़ फेसबुक यूजर हैं.

Face book ने कहा कि उसने अपनी जांच में पाया है कि लोगों ने फेक अकाउंट्स बनाए.

ग्रुप्स से जुड़कर कॉन्टेंट को फैलाया और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने का काम किया.

यह भी पढ़ें:Patna में एयरपोर्ट पर रविशंकर प्रसाद आरके सिन्हा के समर्थक भिड़े

फेसबुक ने कहा कि इन फेक पन्नों में लोकल न्यूज के अलावा बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना भी की जाती थी.

Face book के साइबर सिक्यॉरिटी पॉलिसी के हेड नाथनेल ग्लेचियर ने कहा, ‘लोगों ने अपनी पहचान को छिपाकर यह काम करने का प्रयास किया

लेकिन हमने अपनी जांच में पाया कि ऐसे पन्ने कांग्रेस की आईटी सेल के लोगों से जुड़े थे.’

उन्होंने कहा कि इन अकाउंट्स को कॉन्टेंट नहीं बल्कि अप्रामाणिक व्यवहार के चलते हटाया जा रहा है.

फेसबुक द्वारा कांग्रेस IT सेल से जुड़े कुछ पेजों को हटाए जाने के पीछे लगाए गए आरोपों को पार्टी ने नकार दिया है.

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पत्रकारों से कहा, ‘जो न्यूज रिपोर्टें आ रही हैं, हम उस पर प्रतिक्रिया देना नहीं चाहते.

यह भी पढ़ें:Priyanka in ayodhya, पीएम मोदी अपने ही लोगों से गले नहीं मिलते

हमें इसकी जांच करनी होगी कि क्या वे फेसबुक पेज हमसे लिंक्ड थे.

और इसके बाद ही हम कोई टिप्पणी करेंगे.’ तिवारी ने साफ कहा कि हमें रिपोर्ट की सच्चाई जांचनी होगी.

भारत में 11 अप्रैल से 19 मई तक 7 चरणों में आम चुनाव के लिए मतदान होना है और 23 मई को नतीजों का ऐलान होना है.

Face book ने हटाए गए पन्नों के दो सैंपल भी पेश किए हैं, जिनमें पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों की आलोचना की गई है

कांग्रेस एवं उसके अध्यक्ष राहुल गांधी को समर्थन करने की अपील की गई है.

दुनियाभर की कई अथॉरिटीज ने फेसबुक पर राजनीतिक लाभ के लिए फर्जी जानकारियां फैलाने वाले अकाउंट्स पर ऐक्शन लेने का दबाव बनाया था.

Follow us on Face

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here